महत्वपूर्ण कार्य के संपन्न होने से आपके आत्मविश्वास में वृद् धि होगी।
2.
पर हाँ, प्रत्येक को चाहिए कि वह दूसरों के सारभाग को आत्मसात् करके पुष्टिलाभ करें और अपने वैशिष्ट्य की रक्षा करते हुए अपनी निजी बुद् धि के नियम के अनुसार वृद् धि को प्राप् त हो।
3.
नहीं, वह तो वृक्ष ही होता हैं, वह अपनी वृद् धि के नियम से ही बढ़ता हैं-वायु, जल और मिट्टी को पचाकर, उनको उद् भित पदार्थ में परिवर्तित करके एक वृक्ष हो जाता हैं।